Senior Citizen Scheme 2025: 8.2% ब्याज और 1.5 लाख की टैक्स छूट, क्या आप मिस कर रहे हैं ये मौका

रिटायरमेंट के बाद वरिष्ठ नागरिकों के लिए आय का नियमित स्रोत होना बहुत जरूरी होता है। जीवन के इस चरण में व्यय को पूरा करने और वित्तीय सुरक्षा के लिए उचित निवेश विकल्प चुनना सफलता की चाबी है। भारत सरकार की तरफ से वरिष्ठ नागरिकों के लिए दो अहम बचत योजनाएं मौजूद हैं- सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (Senior Citizen Saving Scheme – SCSS) और पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (Monthly Income Scheme – MIS)।

अनेक व्यक्ति अक्सर यह सवाल करते हैं कि इन दोनों में से कौन सी स्कीम श्रेष्ठ है और कौन सी अधिक लाभ प्रदान करती है। इस आर्टिकल में दोनों स्कीमों की संपूर्ण विवरण, फायदे, और गणना के साथ आपके लिए सटीक विकल्प आसान बनाने का प्रयास किया गया है।

Senior Citizen Scheme 2025

सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम सरकार द्वारा संचालित एक सुरक्षित निवेश योजना है, जो विशेष रूप से 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए तैयार की गई है। यह एक ऐसी स्कीम है जिसमें वृद्धावस्था में मासिक या त्रैमासिक आय के साथ-साथ निवेश की सुरक्षा भी प्राप्त होती है। इस योजना में निवेश पर सरकार 8.2% वार्षिक ब्याज देती है जिसे त्रैमासिक यानी हर तीन महीने पर दिया जाता है। इस योजना की न्यूनतम निवेश सीमा 1,000 रुपये है और अधिकतम 30 लाख रुपये तक निवेश किया जा सकता है। SCSS की अवधि 5 साल की होती है, जिसे निवेशक चाहें तो अतिरिक्त 3 साल के लिए विस्तार भी कर सकते हैं।

इस योजना की विशेषता यह है कि इसमें निवेश राशि पर टैक्स छूट भी मिलती है। धारा 80C के अंतर्गत निवेशकों को 1.5 लाख रुपये तक की कर छूट मिलती है। इसके अतिरिक्त, SCSS निवेशकों के लिए अत्यंत सुरक्षित विकल्प माना जाता है क्योंकि यह पूर्णतः सरकारी गारंटीशुदा होता है। ब्याज हर तिमाही में खाते में सीधे जमा होता है, जिससे नियमित आय सुनिश्चित होती है। यह योजना उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए आदर्श है जो रिटायरमेंट के बाद सुरक्षित, स्थिर और टैक्स फायदे के साथ उच्च रिटर्न चाहते हैं।

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (MIS) क्या है?

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम उन व्यक्तियों के लिए श्रेष्ठ है जिन्हें मासिक आय की आवश्यकता होती है। इसमें निवेश करने पर सरकार हर महीने ब्याज के रूप में निश्चित आय देती है, जो व्यय को मासिक आधार पर पूरा करने में सहायक होती है। MIS की ब्याज दर SCSS से थोड़ी कम, लगभग 7.4% वार्षिक होती है, लेकिन यह आय वास्तव में हर महीने प्राप्त होती है।

इस योजना में भी न्यूनतम निवेश 1,000 रुपये से आरंभ होता है, मगर अधिकतम निवेश सीमा 9 लाख रुपये है। यदि आप पति-पत्नी के साथ संयुक्त खाता खोलते हैं तो सीमा 15 लाख रुपये तक बढ़ जाती है। MIS में कोई आयु सीमा नहीं है, लेकिन यह योजना भी सुरक्षित और सरकार द्वारा समर्थित है। इसमें हर महीने ब्याज भुगतान होता है, जिससे खर्चों का प्रबंधन अधिक सुविधाजनक होता है।

सीनियर सिटीजन स्कीम और मंथली इनकम स्कीम में कैलकुलेशन से तुलना

मान लेते हैं कि आप 1 लाख रुपये निवेश करना चाहते हैं। SCSS में 8.2% वार्षिक ब्याज दर के अनुसार, 1 लाख रुपये का ब्याज त्रैमासिक भुगतान पर लगभग 2,050 रुपये प्रति तिमाही (प्रति तीन महीने) होगा। इसका अर्थ कुल मिलाकर सालाना करीब 8,200 रुपये यानी हर महीने लगभग 683 रुपये की आय होगी। इस योजना का मुख्य लाभ यह है कि आपका मूल निवेश 5 साल तक सुरक्षित रहता है और अवधि समाप्ति के बाद इसे और 3 साल तक बढ़ाया भी जा सकता है।

वहीं MIS में 7.4% वार्षिक ब्याज दर के आधार पर, 1 लाख रुपये निवेश पर हर महीने लगभग 616 रुपये ब्याज मिलेगा। इस योजना में मासिक आय सुनिश्चित होती है, जो व्यय के लिए सीधा उपयोगी है, लेकिन कुल ब्याज राशि SCSS से थोड़ी कम होती है।

ध्यान देने योग्य बात यह है कि SCSS निवेश करने पर आपको धारा 80C के तहत टैक्स में राहत भी मिलती है जबकि MIS में ऐसा कोई टैक्स लाभ नहीं होता। इसलिए, यदि आपकी प्राथमिकता रिटायरमेंट की बचत राशि पर बेहतर रिटर्न, सुरक्षा और टैक्स बेनिफिट्स है, तो SCSS आपके लिए बेहतर होगी। हालांकि अगर आप हर महीने निश्चित आय चाहते हैं और छोटी राशि से शुरुआत करना चाहते हैं, तो MIS फायदेमंद विकल्प है।

आवेदन प्रक्रिया और जरूरी बातें

दोनों योजनाएं आप आसानी से नजदीकी पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंकों में जाकर खोल सकते हैं। SCSS के लिए न्यूनतम आयु 60 वर्ष होनी आवश्यक है, जबकि MIS में उम्र की कोई सीमा नहीं। खातों को पति-पत्नी के नाम भी खुलवाया जा सकता है। आवेदन फार्म भरने के बाद पहचान पत्र और निवास प्रमाण पत्र के दस्तावेज़ जमा करने होते हैं। SCSS में निकासी के नियम कुछ प्रतिबंधित हैं, जबकि MIS में मासिक ब्याज की निकासी होती रहती है। दोनों योजनाओं में नामांकन सुविधा भी उपलब्ध है।

निष्कर्ष

सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम और मंथली इनकम स्कीम दोनों ही वरिष्ठ नागरिकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण योजनाएं हैं। जहां SCSS सुरक्षित निवेश के साथ अच्छा ब्याज और कर छूट देती है, वहीं MIS नियमित मासिक आय का भरोसा देती है। इसलिए आपकी आवश्यकता, आय का प्रकार और जोखिम क्षमता के अनुसार निर्णय लेना चाहिए।

यदि नियमित मासिक आय प्राथमिकता है तो मंथली इनकम स्कीम बेहतर है, लेकिन कुल लाभ, सुरक्षा और कर लाभ के लिए SCSS अधिक लाभकारी विकल्प है। बेहतर होगा कि आप दोनों योजनाओं में निवेश करके अपनी वित्तीय स्थिति मजबूत करें और रिटायरमेंट की जिंदगी आरामदायक बनाएं।

Frequently Asked Questions

Q: Senior Citizen Scheme 2025 में कितना ब्याज मिलता है?
A: Senior Citizen Saving Scheme में 8.2% वार्षिक ब्याज मिलता है जो त्रैमासिक आधार पर दिया जाता है।

Q: SCSS में निवेश करने पर कितनी टैक्स छूट मिलती है?
A: SCSS में निवेश करने पर धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिलती है।

Q: Post Office MIS और SCSS में से कौन सी योजना बेहतर है?
A: यदि आपको नियमित मासिक आय चाहिए तो MIS बेहतर है, लेकिन अधिक ब्याज, टैक्स छूट और सुरक्षा के लिए SCSS श्रेष्ठ विकल्प है।

Q: SCSS खाता खोलने के लिए न्यूनतम आयु क्या है?
A: SCSS खाता खोलने के लिए न्यूनतम आयु 60 वर्ष होनी आवश्यक है, जबकि MIS में कोई आयु सीमा नहीं है।

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